जयपुर शहर का नाम जहन में आते ही सबसे पहले जो छवियाँ आपके मन में उबर कर आती हैं वो होतीं हैं वहाँ के किले, हवेली आदि की, बस इन्ही छवि को ध्यान में रखते हुए मैंने यात्रा के पहले ही जयपुर के एक हवेलीनुमा मगर बजट होटल में रुकने के लिए ऑनलाइन होटल बुकिंग एप से कमरा बुक करवा लिया था। और जाने आने के ट्रैन के टिकट भी बुक कर दिए थे (उस समय कुछ चुनिंदा ट्रैन ही चल रहीं थी )।
सज्जन निवास होटल जयपुर जो की एक हवेली की थीम पर बना हुआ है। जयपुर में रुकने के लिए हमने यही बुक किया था।
जयपुर में क्या-क्या घूमें:
कब जाएं: चूँकि जयपुर राजस्थान का एक शहर है और राजस्थान में गर्मी काफी ज्यादा पड़ती है तो अगर आप गर्मिओं में घूमना पसंद नहीं करते तो गर्मिओं में यहाँ का प्लान न करें।
कहाँ रुकें: जयपुर शहर में हॉस्टल, होमस्टे, होटल, हवेलियाँ आदि रुकने के सभी विकल्प हैं जिन्हें आप आप ऑनलइन या ऑफलाइन दोनों तरह से बुक कर सकते हैं।
इस बार 25 दिसंबर शुक्रवार की थी और उस दिन की छुट्टी के साथ जब वीकेंड भी जुड़ गया तो कुल मिलकर हमें 3 दिन मिल गए थे, यानि की 2 दिन घूमने के और 1 दिन आने जाने का, तो हमने इसी हिसाब से अपनी यात्रा का प्लान किया था। गरुवार शाम को हमें दिल्ली से जयपुर की ट्रैन पकड़नी थी जो की किसी कारण से निरस्त हो गयी थी तो फिर हमने दिल्ली से बस से जाने का प्लान किया और सराय काले खां बस स्टैंड से जयपुर की बस पकड़ कर हम लोग जयपुर पहुँच गए। बस से इस यात्रा में हमें करीब 6 घंटे का समय लगा जिसमें शाम के दिल्ली के ट्रैफिक से निकलना भी शामिल था। रात के करीब 10:30 बजे हम लोग अपने होटल में चेकइन करके अपना सामान लगाकर सोने चल दिए थे।
पहला दिन:
सुबह सबसे पहले मैंने किराये की गाड़ी की जुगाड़ के लिए कुछ फोन किए और जयपुर की एक लोकल रेंटल कंपनी के बन्दे ने हमारे होटल पर गाड़ी उपलब्ध करवा दी जिसके लिए मुझे 400 रु रोज के देने थे। किराये की गाड़ी लेने से सम्बंधित सभी जरुरी बातें जानने के लिए मेरा ये ब्लॉग पढ़ना न भूलें।
गाड़ी मिलने के बाद हमने नाश्ता किया और एक बैग में पानी की बोतल, कैमरा आदि सामान लेकर चल दिए जयपुर घूमने, आज का टारगेट था जयपुर के किले देखना। होटल से निकलकर सबसे पहले मैंने गाड़ी में पेट्रोल डलवाया और फिर गूगल मैप की सहायता से चल दिए आमेर किले की तरफ। जयपुर शहर के मुख्य बजार से होते हुए हम लोग जल महल के सामने से निकले तो ये तय किया की शाम को यहाँ पर बैठेंगे थोड़ी देर। जयपुर शहर से जो रास्ता आमेर के किले की तरफ जाता है उसी रास्ते से एक रास्ता अलग होता है जो जयगढ़ और नाहरगढ़ के किले के लिए निकलता है। हम सबसे पहले आमेर के किले के दर्शन करने पहुँच गए, आमेर किले की पार्किंग में अपनी गाड़ी पार्क करने के बाद हमने ऊपर किले तक बैटरी वाले वाहन से जाने का मन बनाया और उसके टिकट ले लिए। 80 रु प्रति सवारी का टिकट था जिसमें एक व्यक्ति का आना और जाना शामिल था, एक गाड़ी में 5 या 6 लोगों के हो जाने पर गाड़ी चल देती है। गाड़ी वाले आपस में बातचीत के लिए वॉकी टॉकी का इस्तेमाल करते हैं जिसके हिसाब से लोगों को गाडिओं का ज्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ता।
राजस्थान की जो सबसे अच्छी बात है वो ये है की यहाँ के लोगों ने अपने इतिहास को अच्छे से समझा और उसे बखूबी संभाल कर रखा और अब उससे टूरिस्म में तब्दील करके उसे दुनिया के लोगों को दिखा रहे हैं जिससे पता लगे की हमारा इतिहास कितना गौरवशाली था। यहाँ स्थित ज्यादातर इमारतों की ठीकठाक देखरेख होती है ये आपको काफी अच्छी हालत में मिलेगी और इनको देखने का टिकट भी लगता है, इस पैसे से इनके रखरखाव का काम होता है। आमेर के किले को घूमने के लिए भी आपको टिकट लेना पड़ता है, यहाँ पर दो प्रकार के टिकट मिलते हैं - हर एक जगह का अलग टिकट अथवा कई जगहों का एक कंबाइंड टिकट, मैंने सिर्फ एक जगह वाला लिया और चल दिए किले के अंदर घूमने।
ये किला भारतीय इतिहास वो नमूना है जो की बेहद खूबसूरत है, इसकी खूबसूरती को शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है इसलिए मैं इसकी खूबसूरती आप तक तस्वीरों के माध्यम से पहुँचाने का प्रयास कर रहा हूँ।
इस किले से मुझे एक दीवार किले के चारों तरफ दिखायी दे रही थी जिसके बारे में वहाँ मौजूद लोगों से पूछने पर पता लगा की ये पूरे आमेर के आसपास बने एक सुरक्षा घेरे की तरह है और इस पर चढ़ने के लिए कई जगहों पर सीढ़ियाँ भी बनी हुई हैं। इस दीवार की ऊँचाई को देखकर समझ आ रहा था की इससे पूरे शहर और आसपास का नज़ारा बहुत ही शानदार दिखता होगा !!
करीब 2 से 3 घंटे यहाँ बिताने के बाद हमें होश आया की हमें आज की के दिन में अभी 2 किले और घूमने हैं तो फिर हम वापिस नीचे की तरफ चल दिए। वापिस नीचे पहुँच कर हमने अपनी गाड़ी उठायी और चल दिए अगले किले की तरफ। मैंने होटल वाले से आते समय पूछा था की किले किस क्रम में देखना ठीक रहेगा तो उसने हमें बताया था - आमेर - नाहरगढ़ - जयगढ़, उन्होंने कहा था की जयगढ़ से शाम का सूर्यास्त काफी अच्छा लगता है तो शाम के समय जयगढ़ पहुँच जाना। मैं वो क्रम भूल गया और आमेर के किले के बाद हम लोग पहुँच गए जयगढ़ का किला देखने।
यहाँ भी काफी भीड़ थी, पार्किंग में जगह देखकर गाडी खड़ी की और फिर सबसे पहले कुछ जलपान आदि किया और फिर उसके बाद चल दिए किले के दर्शन करने। किले को घूमने का जो टिकट था वो लिया और फिर अंदर स्थित इमारतों के दर्शन करने लगे, इस दौरान मुझे एक बात समझ आयी की मैं किले और ऐतिहासिक इमारतों में बहुत ज्यादा रूचि रखने वालों में से नहीं हूँ और न ही नेहा और शायद ऐसा इसलिए है की मैंने अपना पूरा बचपन ग्वालियर के किले की खाक छानने में निकला था जिस वजह से अब मुझे कहीं का भी किला बहुत ज्यादा आकर्षित नहीं करता।
इस वजह से हमने इस किले को बहुत ज्यादा बारीकी से नहीं देखा और यहाँ स्थित एक छोटे सी पार्कनुमा जगह पर बैठ गए और वहाँ स्थित रेस्टॉरेंट के बारे में इंटरनेट पर देखने लगे। ये रेस्टॉरेंट यहाँ के सनसेट पॉइंट का ही हिस्सा है, हमने सोचा चलो एक बार देख लें की सनसेट पॉइंट कैसा है तो फिर तय करेंगे की यहाँ और कितनी देर रुकना है। सनसेट पॉइंट का ज्यादातर हिस्सा रेस्टॉरेंट के ही हिस्से में था जिसमें 100 रु एंट्री फीस थी, उसी के बगल से कुछ हिस्सा था जहाँ पर जाने का कोई टिकट नहीं था तो हमने वहाँ से जयपुर शहर का नज़ारा देखा जो काफी हद तक ग्वालियर के किले की तरह ही था। ये देखने के बाद नेहा ने तय किया की हम यहाँ सनसेट देखने के लिए नहीं रुक रहे और फिर ये तय हुआ की यहाँ से नीचे चलते हैं और नीचे चल कर कहीं कुछ खाना खाएंगे।
पार्किंग पहुँचे तो लगा की यहीं कुछ खा लिया जाए फिर नीचे चलेंगे तो हमने वहाँ छाया में पड़ी हुईं 2 कुर्सियाँ घेर ली और पेट पूजा के बाद नीचे चल दिए। इस किले पर आते समय रास्ते में एक कृष्णा भगवन का मंदिर दिखा थाजिसका नाम था श्री चरण मंदिर, मैंने सोचा था की वापसी में यहाँ रुकूँगा, अब चूँकि वापसी सूर्यास्त से पहले हो रही थी तो मैंने यहाँ पर गाड़ी रोक दी और मंदिर के दर्शन को चल दिया। ये कृष्णा भगवन से जुड़े बेहद प्राचीन मंदिरों में से एक है।
यहाँ दर्शन के बाद सीधे नीचे जल महल पर पहुँचकर गाड़ी रोकी, वहाँ आसपास नजरें दौड़ायीं की आसपास कहीं कोई रेस्टॉरेंट वगैरा दिख जाये तो सूर्यास्त होने तक कुछ छुटपुट खा लें और फिर आराम से जल महल को सूर्यास्त के साथ देखें। करीब 1 किलोमीटर शहर की तरफ जाने पर एक रेस्टॉरेंट दिखा जिस पर रूककर कुछ खाना पिया किया और फिर नीचे उसी रेस्टॉरेंट के पास एक बंदा दाल के भजिये बेच रहा था उससे थोड़े से भजिये लिए और चल दिए वापिस जल महल की तरफ। जल महल पहुँच कर गाड़ी पार्क की और वहाँ की एक बेंच पर बैठ गए, पास में एक चाय वाले से चाय ली और मंगोड़े का पैकेट खोल लिया। हाथ में चाय और मंगोड़े और सामने ढलते सूरज का साथ और बीच में जल महल, कुल मिलाकर काफी अच्छा दृश्य था।
चूँकि यहाँ जयपुर में अभी भी रात का लॉकडाउन जारी था तो 6 बजे दुकानें समेटने का आदेश था और उस पर अमल करवाने के लिए पुलिस आने लगी थी तो हमने 6 बजे अपनी गाड़ी उठायी और सोचा वापिस होटल चला जाये मगर मेरे मन में कनक घाटी स्थित राधा माधव जी मंदिर जाने की काफी इच्छा थी जिसके चलते मैंने वहाँ के एक लोकल आदमी से पूछा तो उसने कहा की की आप अभी घूम सकते है, बस बाजार बंद हो जाएंगे 7 बजे तक, बस फिर क्या था मैंने गाड़ी मंदिर की तरफ मोड़ दी।
कनक घाटी के कनक वृन्दावन गार्डन में स्थित है ये मंदिर जो की काफी प्राचीन है, ऐसी मान्यता है की इस मंदिर में जो मूर्तियाँ हैं वो वृन्दावन से यहाँ लायी गयीं थीं। यूँ तो ये जगह आमेर रोड के पास ही है फिर भी यहाँ काफी शांति थी। अँधेरा हो चूका था और मंदिर संध्या कालीन आरती और दर्शन के लिए खुल चूका था, महामारी के चलते मंदिर के मुख्य कक्ष में जाने की अनुमति नहीं थी तो हमने सामने बने भवन से ही दर्शन किये और करीब आधा घण्टे वहाँ बैठे उस माहौल का आनंद लेते रहे। आधा घंटे वहाँ बैठने के बाद हमने गाड़ी सीधे होटल की तरफ दौड़ा दी, हल्की सी ठंडक थी और जल महल के बगल से हम लोग वापिस होटल की तरफ जा रहे थे, इस दिन का अंत काफी शानदार तरीके से हो रहा था।
Location: Morey Plains to Leh
Published On: 24-Nov-2019
Location: Jispa, Himachal Pradesh to Morey Plains
Published On: 09-Nov-2019
Location: Rohtang Pass to Jispa
Published On: 22-Sep-2019
Location: Manali, Himachal Pradesh, India
Published On: 01-Sep-2019
Location: Ladakh
Published On: 25-Aug-2019
Location: Sri Aadi Badrinath Dham Road, Alipur, Rajasthan, India
Published On: 02-Jul-2019
Location: Agra, Uttar Pradesh, India
Published On: 24-May-2019
Location: Kalyasaur, Uttarakhand, India
Published On: 08-May-2019
Location: Dhokane Waterfall, Dhukane, Uttarakhand, India
Published On: 03-May-2019
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 19-Apr-2019
Location: Indian Institute of Advanced Study, Shimla
Published On: 08-Apr-2019
Location: Army Heritage Museum, Annadale Rd, Annadale, Shimla, Himachal Pradesh 171003
Published On: 29-Mar-2019
Location: Mall Road, The Mall, Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 22-Mar-2019
Location: Jakhu, Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 17-Mar-2019
Location: Narkanda, Himachal Pradesh, India
Published On: 03-Mar-2019
Location: Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 28-Feb-2019
Location: Kalka, Himachal Pradesh, India
Published On: 23-Feb-2019
Location: Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 15-Feb-2019
Location: Ratangarh, Madhya Pradesh, India
Published On: 31-Jan-2019
Location: Tehri Dam, Uttarakhand, India
Published On: 27-Jan-2019
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 24-Jan-2019
Location: ISKON NOIDA, Block A, Sector 32, Noida, Uttar Pradesh, India
Published On: 19-Jan-2019
Location: Kanatal, Kaudia Range, Uttarakhand, India
Published On: 15-Jan-2019
Location: Chitrakoot, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Jan-2019
Location: Bhojpur Temple, Bhojpur Road, Bhojpur, Madhya Pradesh, India
Published On: 28-Dec-2018
Location: Bhimbetka rock shelters
Published On: 22-Dec-2018
Location: Padavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 13-Dec-2018
Location: Bateshwar Temple, near mitawali padawali banmore, Morena, Madhya Pradesh
Published On: 06-Dec-2018
Location: Shanichra Road, Maharajpura, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 28-Nov-2018
Location: Almora, Uttarakhand, India
Published On: 25-Nov-2018
Location: Vriddha Jageshwar Rd, Digari Gunth, Uttarakhand 263623, India
Published On: 21-Nov-2018
Location: Jageshwar Dham, Uttarakhand, India
Published On: 17-Nov-2018
Location: Almora, Uttarakhand, India
Published On: 16-Nov-2018
Location: Sankua Bridge, Seondha, Madhya Pradesh, India
Published On: 08-Sep-2018
Location: Kurukshetra, Haryana, India
Published On: 03-Sep-2018
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 30-Jul-2018
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 30-Jul-2018
Location: Madhya Pradesh, India
Published On: 27-Jun-2018
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 19-Jun-2018
Location: New Delhi, Delhi, India
Published On: 17-Jun-2018
Location: Kakanmath Shiv Temple, Bawadipura, Madhya Pradesh, India
Published On: 16-Jun-2018
Location: Sultangarh Waterfall Road, Patheka, Madhya Pradesh, India
Published On: 16-Jun-2018
Location: Mathura, Uttar Pradesh, India
Published On: 10-Jun-2018
Location: Ujjain, Madhya Pradesh, India
Published On: 09-Jun-2018
Location: Mathura, Uttar Pradesh, India
Published On: 07-Jun-2018
Location: Govardhan, Uttar Pradesh, India
Published On: 05-Jun-2018
Location: Pachmarhi, Madhya Pradesh, India
Published On: 26-May-2018
Location: Pachmarhi, Madhya Pradesh, India
Published On: 20-May-2018
Location: Behat, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 06-May-2018
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 03-May-2018
Location: Diu, Daman and Diu, India
Published On: 15-Apr-2018
Location: Diu, Daman and Diu, India
Published On: 11-Apr-2018
Location: Padhavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Apr-2018
Location: Padhavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 01-Apr-2018
Location: Akshardham Temple, Pandav Nagar, Delhi
Published On: 31-Mar-2018
Location: Gwalior, Gwalior Fort, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Mar-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 17-Feb-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 11-Feb-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 03-Feb-2018
Location: Garhmukteshwar, Uttar Pradesh, India
Published On: 21-Jan-2018
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