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इस यात्रा का पहला भाग पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
इस यात्रा में पहले दिन आपने घूमा था ककनमठ मंदिर और करह धाम आश्रम, अब चलिए अगले दिन की शुरुआत करते हैं।
दूसरा दिन:
आज सुबह आपको थोड़ा जल्दी उठकर तैयार होना पड़ेगा क्यूँकि आज के दिन में मैं आपको 3 4 जगहों पर लेकर जाने वाला हूँ तो आलास त्यागिये और जल्दी से तैयार हो जाइय और नाश्ता आदि करके अपनी गाड़ी में स्थान ग्रहण करिये। आज हम सबसे पहले जाएँगे ऐंती गाँव स्थित प्राचीन शनि देव मंदिर (शनिश्चरा) की तरफ तो अगर कल आप मुरैना रुके थे तो वहाँ से अपने गूगल मैप पर शनिश्चरा मंदिर की लोकेशन डालिये और चल दीजिये गूगल मैप के दिखाए उस रास्ते पर जिससे दूरी सबसे कम हो। अगर आप ग्वालियर रुके थे तो ग्वालियर से शनिश्चरा मंदिर जाने के मुख्यतः दो रास्ते हैं: एक मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र से होते हुए और दूसरा एयरपोर्ट वाले रास्ते से होकर। इन दोनों में से आप कोई भी रास्ता चुन सकते हैं बस ध्यान देने वाली बात ये है की मालनपुर वाले रास्ते पर खाने पीने की दुकानें उपलब्ध हैं जबकि एयरपोर्ट वाले रास्ते ऐसा कुछ नहीं है।
मुरैना से शनिश्चरा का गूगल मैप लिंक।
ग्वालियर से शनिश्चरा का गूगल मैप लिंक।
शनिश्चरा मंदिर के बारे में: यहाँ के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस यात्रा का ब्लॉग यहाँ पढ़ें।
मध्य प्रदेश में ग्वालियर के नजदीकी एंती गांव में शनिदेव मंदिर का देश में विशेष महत्व है। इसके बारे में कहा जाता है कि यहां हनुमानजी के द्वारा लंका से फेंका हुआ अलौकिक शनिदेव का पिण्ड है। यहां शनिशचरी अमावस्या के दिन मेला लगता है। भक्तजन यहां तेल चढ़ाते हैं, और अपने पहने हुए कपड़े, चप्पल, जूते आदि सभी यहीं छोड़कर घर चले जाते हैं। इसके पीछे ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से पाप और दरिद्रता से छुटकारा मिल जाता है। माना जाता है कि शनिश्चरा मंदिर में शनि शक्तियों का वास है, यहां की प्राकृतिक सुंदरता मन को बहुत लुभाती है। चारों ओर हरियाली ही हरियाली दिखाई पड़ती है।
श्री शनिचरा मंदिर, मध्य प्रदेष शासन धार्मिक न्यास तथा धर्मस्व विभाग क नियन्त्रण का देवस्थान है। श्री शनिचरा मंदिर परिक्षेत्र को एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। गत् वर्षों में यहाँ श्रृद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए अनेकों विकास कार्य एवं सुविधाओं का विस्तार किया गया है। प्रति शनिवार को मंदिर में हजारों की संख्या में श्रृद्धालु विभिन्न राज्यों - मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, बिहार, गुजरात तथा विदेशों में नेपाल, श्रीलंका, न्यूजीलेण्ड से आते हैं। शनीचरी अमावस्या पर यहाँ विशेष मेले का आयोजन होता है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रृद्धालु आते हैं। शनिचरा पहाड़ी को एक सुदर, सौम्य व हरित् पहाड़ी बनाने, अनेक प्रकार की यात्री सुविधाओं का विस्तार करन, जैसे- पृथक बड़े स्नान कुण्ड, आदि का समर्पण स्थल, वस्त्र समर्पण स्थल, नीचे से पीने के पानी की सुविधा, धर्मशलाऐं आडिटोरियम, मार्केट शोध एवं आध्यात्मिक केन्द्र तथा रोप-वे की योजना विचाराधीन है।
शनिश्चरा मंदिर मुख्य द्वार।
मंदिर जिस पहाड़ पर स्थित है उस पहाड़ पर शनिश्चरा मंदिर के अलावा कुछ और मंदिर भी देखने लायक हैं तो कुल मिलाकर आपको एक से डेढ़ घंटे का समय चाहिए होगा इन सभी स्थानों को देखने के लिए। सबसे पहले शनिश्चरा के मुख्य मंदिर यानी की शनि देव के मंदिर की तरफ चलते हैं। मंदिर पर चढ़ाये जाने वाले प्रसाद, सरसों का तेल, फूल आदि मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर उपलब्ध है, प्रसाद लेकर मंदिर परिसर की तरफ चलिए। अगर आप मंदिर स्थित कुण्ड जिसमें बारह मासी पानी आता रहता है उसमें स्नान करना चाहते हैं तो साथ में कपड़े ले जाना न भूलें। ऐसी मान्यता है की इस कुण्ड के जल से स्नान करने से आपको तमाम रोगों से छुटकारा मिल जाता है। अगर स्नान नहीं करना तो कुण्ड के पानी में हाथ मुँह धोकर मंदिर दर्शन को बढ़ दीजिये।
ऐसी मान्यता है की इस कुण्ड के जल से स्नान करने से आपको तमाम रोगों से छुटकारा मिल जाता है
दीवार से पीछे दिखती पहाड़ी
मुख्य मंदिर के दर्शन करिये और भगवान की मूर्ति पर तेल चढाने, पूजा करने के बाद कुछ देर वहाँ रुकिए और फिर बाहर आकर मंदिर प्रांगण में बने अन्य मंदिरों के दर्शन कीजिये। अन्य मंदिरों के दर्शन उपरांत मंदिर की पिछली दीवार से पीछे दिखती पहाड़ी को देखिये, पीछे पहाड़ पर काफी हरियाली दिखती है जो आपके मन को प्रसन्न कर देगी।
पौड़े सरकार मंदिर
शिवजी का मंदिर जिसमें शिवजी की मूर्ति अर्ध नारेश्वर (आधे नर आधे नारी) रूप में है।
यहाँ दर्शन उपरान्त मंदिर प्रांगण से बहार निकलकर प्रसाद की दुकान पर पता करिये की "पौड़े सरकार" मंदिर जाने का रास्ता कहाँ से है। मंदिर के मुख्य द्वार के सामने उल्टे हाथ पर से एक रोड़ जाती है जो की आपको लेकर जाएगी पौड़े सरकार नमक मंदिर की तरफ जहाँ पर हनुमान जी की मूर्ति आराम करने वाली मुद्रा (लेटे हुए) है। इस मंदिर के समीप एक शिवजी का मंदिर भी है जिसमें शिवजी की मूर्ति अर्ध नारेश्वर (आधे नर आधे नारी) रूप में है, ये स्थान काफी मनमोहक है। यहाँ मंदिर के ठीक सामने पर्वत के दर्शन होते हैं, ये पर्वत पूरी तरह पत्थरों से निर्मित है।
यहाँ दर्शन के बाद चलिए सीधे चलते हैं शिवजी के नगर बटेश्वर (बटेसर) नामक स्थान पर, इस जगह को में नगर इसलिए सम्बोधित कर रहा हूँ क्यूँकि यहाँ सवा सौ से भी ज्यादा शिव मंदिर एक स्थान पर मौजूद हैं, मेरे हिसाब से जागेश्वर के अलावा ये चत्मकार आपको सिर्फ बटेश्वर में ही देखने को मिलेगा।
बटेश्वर यात्रा का ब्लॉग यहाँ उपलब्ध है।
शनिश्चरा से बटेश्वर की दूरी 9 किलोमीटर, एवं वहाँ जाने का गूगल मैप लिंक
बटेश्वर मितावली से करीब आधे किलोमीटर की दूरी पर और शनिश्चरा से करीब 9 किलोमीटर पड़ता है, इस स्थान पर पहली बार आने वाला प्रत्येक व्यक्ति यहाँ के मंदिरों का इतिहास जानकार अचंभित हो जाता है इसके अलावा मंदिरों की खूबसूरती के तो कहने ही क्या !!
प्राचीन विष्णु मंदिर
बटेश्वर मंदिर काम्प्लेक्स में घुसते से ही उल्टे हाथ पर जो सबसे पहला मंदिर आपको दिखेगा वो है प्राचीन विष्णु मंदिर, इसकी बनावट बेहद ही खूबसूरत है। इतिहास के कालखण्ड में ये सारे मंदिर नष्ट हो गए थे, अभी इनके पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है और इनमें से काफी मंदिरों का पुनर्निर्माण हो भी चूका है। विष्णु मंदिर के दर्शन के बाद थोड़ा आगे बढ़ने पर आपको एक गेट लगा दिखेगा इसके सीधे हाथ पर है बाइक पार्किंग का स्थान और गेट के अंदर हैं काफी सारे मंदिर या यूँ कहूँ की इस गेट से ही शुरू होता है बटेश्वर मंदिर काम्प्लेक्स।
गेट से अंदर घुसते ही सामने कुछ मंदिरों के टूटे हुए पिल्लर आदि पड़े दिखने लगते हैं और सीधे हाथ पर बेहद खूबसूरत पार्क बना हुआ है, अगर आप चाहें तो इस पार्क में कुछ देर बैठकर आराम कर सकते हैं और चाहें तो यहाँ बैठकर कुछ खा पी भी सकते हैं मगर इस बात का ध्यान रहे की खाने पीने के बाद कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें। चलिए अब यहाँ से शुरू करते हैं इतिहास के एक अनसुने दौर की यात्रा पर, वो दौर जहाँ सैकड़ों मंदिर बनाये गए और फिर कुछ ऐसा हुआ की ये सभी मंदिर तहस नहस हो गये और अब बचे हैं उनके अवशेष।
यहाँ पर आपका जहाँ से मन करे वहाँ से शुरू करिए और सारे मंदिर देखते हुए वापिस वहीं पर आकर खत्म करिए। इस काम्प्लेक्स में ज्यादातर मंदिर टूटी हुई स्थिति में देखने को मिलते हैं या कुछ के सिर्फ अवशेष ही बचे हैं। मगर अच्छी बात ये है कि एएसआई की टीम इन अवशेषों के पुनरनिर्माण में लगी हुई है, देर सवेर ही सही ये स्थान एक बार फिर से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
ककनमठ मंदिर के जैसा मंदिर।
यहाँ कुछ मंदिर आपको जागेश्वर धाम के मंदिरों की याद दिलाते हैं और एक मंदिर काफी हद तक ककनमठ के मुख्य मंदिर की तरह है। कुल मिलाकर इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के लिए है एक बहुत अच्छी जगह है, पर यहाँ के मंदिरों के अवशेष देखकर दुख भी होता है कि इतनी खूबसूरत जगह इस हालत में है। यहाँ के मंदिर काम्प्लेक्स में सारे मंदिरों के बीच एक मंदिर है जिसमें काफी सारे पिल्लर्स बने हुए हैं और ये सभी पिल्लर एक तरफ झुके हुए हैं जिन्हें देखकर ये समझ आता है की किसी दौर में यहाँ बहुत ही भयानक आपदा आयी होगी मगर फिर भी इन मंदिरों में से काफी मंदिर उस आपदा के बावजूद आज भी खड़े हुए हैं। इस मंदिर के ठीक पीछे यहाँ की देखभाल में लगे लोगों के लिए एक आवास का निर्माण किया गया है जिसमें आसपास के गाँव के लोग निवास कर रहे हैं और उनकी जिम्मेदारी है की किसी भी मंदिर को कोई भी इंसान किसी तरह की क्षति न पहुँचाये। इन लोगों से बातचीत करिये, इनके पूर्वजों ने ही इस स्थान से शुरू से देखभाल की है और इनके पास एक एल्बम भी है जिसमें मंदिरों की खोज के समय की तस्वीरें और वर्तमान तस्वीरें उपलब्ध है जिन्हें देखकर आप अचंभित रह जाएंगे।
इस भाग में बस इतना ही, अभी दिन के करीब 2 बजे होंगे, जो खाने पीने का सामान आप अपने साथ लाये थे वो अगर अपने अभी तक नहीं खाया है तो यहाँ के पार्क में सुकून से बैठकर खा पी लीजिए, बस इतना ध्यान रहे की कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें। उसके बाद चाहें तो थोड़ी देर यहाँ आराम भी कर सकते हैं उसके बाद चलेंगे अगले पड़ाव की तरफ।
महत्वपूर्ण गूगल मैप लिंक:
मुरैना से शनिश्चरा का गूगल मैप लिंक।
ग्वालियर से शनिश्चरा का गूगल मैप लिंक।
शनिश्चरा से बटेश्वर जाने का गूगल मैप लिंक
फिर मिलेंगे कहीं किसी रोज़ घूमते फिरते।
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Location: Morey Plains to Leh
Published On: 24-Nov-2019
Location: Jispa, Himachal Pradesh to Morey Plains
Published On: 09-Nov-2019
Location: Rohtang Pass to Jispa
Published On: 22-Sep-2019
Location: Manali, Himachal Pradesh, India
Published On: 01-Sep-2019
Location: Ladakh
Published On: 25-Aug-2019
Location: Sri Aadi Badrinath Dham Road, Alipur, Rajasthan, India
Published On: 02-Jul-2019
Location: Agra, Uttar Pradesh, India
Published On: 24-May-2019
Location: Kalyasaur, Uttarakhand, India
Published On: 08-May-2019
Location: Dhokane Waterfall, Dhukane, Uttarakhand, India
Published On: 03-May-2019
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 19-Apr-2019
Location: Indian Institute of Advanced Study, Shimla
Published On: 08-Apr-2019
Location: Army Heritage Museum, Annadale Rd, Annadale, Shimla, Himachal Pradesh 171003
Published On: 29-Mar-2019
Location: Mall Road, The Mall, Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 22-Mar-2019
Location: Jakhu, Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 17-Mar-2019
Location: Narkanda, Himachal Pradesh, India
Published On: 03-Mar-2019
Location: Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 28-Feb-2019
Location: Kalka, Himachal Pradesh, India
Published On: 23-Feb-2019
Location: Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 15-Feb-2019
Location: Ratangarh, Madhya Pradesh, India
Published On: 31-Jan-2019
Location: Tehri Dam, Uttarakhand, India
Published On: 27-Jan-2019
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 24-Jan-2019
Location: ISKON NOIDA, Block A, Sector 32, Noida, Uttar Pradesh, India
Published On: 19-Jan-2019
Location: Kanatal, Kaudia Range, Uttarakhand, India
Published On: 15-Jan-2019
Location: Chitrakoot, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Jan-2019
Location: Bhojpur Temple, Bhojpur Road, Bhojpur, Madhya Pradesh, India
Published On: 28-Dec-2018
Location: Bhimbetka rock shelters
Published On: 22-Dec-2018
Location: Padavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 13-Dec-2018
Location: Bateshwar Temple, near mitawali padawali banmore, Morena, Madhya Pradesh
Published On: 06-Dec-2018
Location: Shanichra Road, Maharajpura, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 28-Nov-2018
Location: Almora, Uttarakhand, India
Published On: 25-Nov-2018
Location: Vriddha Jageshwar Rd, Digari Gunth, Uttarakhand 263623, India
Published On: 21-Nov-2018
Location: Jageshwar Dham, Uttarakhand, India
Published On: 17-Nov-2018
Location: Almora, Uttarakhand, India
Published On: 16-Nov-2018
Location: Sankua Bridge, Seondha, Madhya Pradesh, India
Published On: 08-Sep-2018
Location: Kurukshetra, Haryana, India
Published On: 03-Sep-2018
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 30-Jul-2018
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 30-Jul-2018
Location: Madhya Pradesh, India
Published On: 27-Jun-2018
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 19-Jun-2018
Location: New Delhi, Delhi, India
Published On: 17-Jun-2018
Location: Kakanmath Shiv Temple, Bawadipura, Madhya Pradesh, India
Published On: 16-Jun-2018
Location: Sultangarh Waterfall Road, Patheka, Madhya Pradesh, India
Published On: 16-Jun-2018
Location: Mathura, Uttar Pradesh, India
Published On: 10-Jun-2018
Location: Ujjain, Madhya Pradesh, India
Published On: 09-Jun-2018
Location: Mathura, Uttar Pradesh, India
Published On: 07-Jun-2018
Location: Govardhan, Uttar Pradesh, India
Published On: 05-Jun-2018
Location: Pachmarhi, Madhya Pradesh, India
Published On: 26-May-2018
Location: Pachmarhi, Madhya Pradesh, India
Published On: 20-May-2018
Location: Behat, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 06-May-2018
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 03-May-2018
Location: Diu, Daman and Diu, India
Published On: 15-Apr-2018
Location: Diu, Daman and Diu, India
Published On: 11-Apr-2018
Location: Padhavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Apr-2018
Location: Padhavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 01-Apr-2018
Location: Akshardham Temple, Pandav Nagar, Delhi
Published On: 31-Mar-2018
Location: Gwalior, Gwalior Fort, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Mar-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 17-Feb-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 11-Feb-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 03-Feb-2018
Location: Garhmukteshwar, Uttar Pradesh, India
Published On: 21-Jan-2018
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