लद्दाख जाने से सम्बंधित सारी जानकारी के लिए ये ब्लॉग पढ़ना न भूलें। इस यात्रा के पिछले भाग के ब्लॉग लिंक - पहला भाग, दूसरा भाग, तीसरा भाग, चौथा भाग।
अब शशिकांत सबसे आगे था, अजीत उसके पीछे और मैं सबसे पीछे, एक बार मैंने कोशिश की इन दोनों को रोक कर यहाँ पर कुछ तस्वीरें निकालीं जायें मगर ये दोनों इतनी दूर निकल गए थे की इन्हें पकड़ना मुश्किल था तो मैंने एक जगह खुद ही 2 मिनट रुकने का मन बनाया ताकि इस जगह की कुछ तस्वीरें और एक आद वीडियो बना सकूँ। वैसे तो इस जगह की खूबसूरती को दुनिया के किसी भी कैमरे से कैद करना बहुत मुश्किल है मगर फिर भी मैंने कुछ तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से प्रयास किया और उसके बाद मैंने बाइक उठायी और तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ने लगा।
मोरे प्लेन्स - काश की ये सड़क कभी ख़त्म न हो।
करीब 10 15 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद एक जगह पर अजीत और शशिकांत रुके हुए दिखे, शशिकांत की हालत और ज्यादा ख़राब हो चुकी थी, उसने मनाली से जो जैकेट ली थी वो पहनने का मन बनाया तो अजीत ने उसकी जैकेट को रस्सी खोल कर निकालना शुरू कर दिया मगर इतने में शशिकांत को उल्टी होने लगी। मैंने तुरंत उसे पानी पीने को दिया और थोड़ी देर उसकी पीठ सहलायी, ये दृश्य देखकर मेरी और अजीत की हालत ख़राब हो गयी, अब भी शशिकांत आगे बढ़ने के लिए उठा और उसने जैकेट के लिए मना कर दिया और अब उसे जल्द से जल्द इस ऊँचाई को ख़त्म करके आगे बढ़ना था, हम भी उसके पीछे हो लिए मगर हमें ये पता नहीं था की अभी आगे दुनिया का दूसरा सबसे ऊँचा पास हमारे इंतज़ार में सीना ताने खड़ा था।
और बाइक दौड़ाते दौड़ाते मोरे प्लेन्स का शानदार रास्ता ख़त्म हुआ और हम डेबरिंग वाली रोड से होते हुई आगे बढ़ने लगे, शशिकांत का कोई अता पता नहीं था, अजित और मैं आगे पीछे ही थे। रास्ते में मैंने एक जगह रुककर कुछ तस्वीरें निकालीं और उसके बाद पलट कर देखा तो सामने एक बार फिर से रोड पहाड़ पर चढ़ती दिखाई दे रही थी, मगर इस बार ये चढ़ाई बहुत ज्यादा थी, एक बार तो इस चढ़ाई को देखकर दिमाग ही खराब हो गया पर अब आगे बढ़ने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था। चढ़ाई शुरू हुई और अब अजीत और मैं आसपास ही थे बस शशिकांत का कोई अता पता नहीं था, बाइक चलाते चलाते मेरे सीधे हाथ में काफी तेज़ दर्द होने लगा था तो मैंने एक जगह 5 मिनट का एक स्टॉप भी लिया, मगर इन सब में शशिकांत कहाँ था हमें पता ही नहीं था।
5 मिनट रुकने के बाद मैंने एक लम्बी सी साँस ली और एक बार फिर से हिम्मत जुटाकर बाइक चालू की और आगे बढ़ दिया, अब अजीत और मैं साथ ही थे और हम लोग एक बेहद ही ऊँचे पहाड़ को चढ़ना शुरू कर दिया, जैसे जैसे चढ़ाई बढ़ रही थी बाइक के इंजन की आवाज बदल रही थी। अभी शाम के 5 बजे थे और वैसे तो धूप अच्छी खासी थी मगर जैसे ही हम लोग छाया की तरफ आते थे वैसे ही ठण्ड की वजह से हड्डियाँ कड़कड़ाने लगती थीं और ऐसी की धूप छाँव में हम लोग आगे बढ़ते जा रहे थे। करीब एक तिहाई ऊँचाई पर पहुँचने के बाद मैंने एक 2 मिनट का ब्रेक लिया, अजीत भी मेरे साथ वहाँ रुक गया, इस समय हम दोनों के मन में एक ही सवाल था जिसको हम काफी देर से अपने अंदर दबाये बैठे थे पर अब वो अचानक से बाहर आ गया था - शशिकान्त कहाँ है ???
वैसे तो यहाँ तक के पूरे सफर में हम 3 आगे पीछे होते ही आये थे मगर अभी स्थित कुछ और थी, शशिकान्त को माउंटेन सिकनेस का अटैक पड़ा था और इस स्थित में उसका उसका अचानक से गायब होना हमारे लिए अच्छा संकेत नहीं था। हम दोनों लोगों के मन में तरह तरह के ख्याल आ रहे थे मगर हम दोनों एक दूसरे को सब कुछ ठीक होगा और आगे कहीं न कहीं शशिकान्त मिल जाएगा ये भरोसा देकर आगे बढ़ दिए जबकि हम दोनों के दिल अन्दर से बैठा जा रहे थे। अब हमें अगले आधा घण्टे छाया में चलना था और इस वजह से ठण्ड जानलेवा लगने लगी थी ऊपर से शशिकान्त का भी कुछ पता नहीं था तो हम दुखी मन से धीरे धीरे आगे बढ़ रहे थे और करीब अगले आधा घण्टे में हम लोग दुनिया के दूसरे सबसे ऊँचे पास पर थे मगर शशिकान्त के गायब होने की वजह से मन इतना ज्यादा विचलित था की हमें वहाँ बड़ा सा तांगलांगला पास का बोर्ड दिखा ही नहीं और इस वजह से हम लोग वहाँ बिना रुके इस उम्मीद में आगे बढ़ दिए की शायद यहाँ से ऊँचाई कम होने लगे और शशिकान्त हमें आगे मिल जाए।
तांगलांगला पास
इन दोनों आशाओं में से एक तो पूरी होती दिखने लगी थी, इस रास्ते का ये सबसे ऊँचा पास था और अब आगे ढलान है और उसके आगे समतल रोड जिससे हम लोग लेह शहर की तरफ बढ़ेंगे। मन में एक उम्मीद की किरण जागी की शायद ढलान पर कहीं शशिकान्त हमारे इंतज़ार में बैठा हुआ हमें मिल जाएगा और अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमारी ऐसी तैसी होने वाली थी क्यूँकि हम 3 में से किसी एक का भी फोन यहाँ काम नहीं कर रहा था और लेह में हमारे रुकने का ठिकाना भी तय नहीं था तो अगर शशिकान्त यहाँ नहीं मिला तो आगे मिलना बहुत ही मुश्किल होगा। खैर आगे बढ़ने के अलावा और कोई भी रास्ता नहीं था तो हम लोग फिर से आगे बढ़ दिए। यहाँ अभी भी बर्फ की मोटी दीवारों से पानी की धाराएँ बह रही थीं और अब शाम हो चुकी थी और ऊपर से बर्फ की वजह से यहाँ अच्छी खासी ठण्ड हो गयी थी।
अब मैं लगातर खतरे वाला हॉर्न बजाते हुए इस उम्मीद में आगे बढ़ रहा था की किसी मोड़ पर शशिकान्त इस हॉर्न को सुनकर हम लोगों के लिए रुक जाए मगर ऐसा नहीं हुआ, और इसी उम्मीद में हमने कुछ दूरी तय की। मेरी निगाह सामने रोड के साथ साथ नीचे जाती रोड पर भी थी की अचानक मुझे काफी नीचे एक मोड़ पर एक एवेंजर बाइक दिखी और न जाने क्यों मुझे उसे देखकर ऐसा लगा जैसे वो शशिकान्त ही है और मैंने तुरंत अजीत को बोला की मैं तेजी से नीचे जा रहा हूँ और कोशिश करता हूँ शशिकान्त को रोकने की वो भी पीछे आये। अब मैं इस पहाड़ी रास्ते पर भी 60 से ऊपर बाइक चला रहा था और मन में अपने आप भगवान के नाम का जाप चल रहा था और मैं यही चाहता थी की शशिकान्त ठीकठाक हमें मिल जाये। मेरे ऊपर जैसे देवता सवार थे मैं काफी तेज़ गति से उस बाइक का पीछे करते हुए तांगलांगला की ढलान पर तेज़ी से उतर रहा था और मुझे पता भी नहीं चला कब वो ढलान धीरे धीरे ख़त्म हो रही थी और हम समतल रोड की तरफ बढ़ते जा रहे थे।
और एक मोड़ पर जाकर ये ढलान ख़त्म हुई और वहीं पर एक चाय की दुकान जिसके यहाँ रुकने की भी व्यवस्था थी वहाँ पर एक बन्दा हमें हाथ देकर बुला रहा था जो की चोगा टाइप की ड्रेस में था, दूर से देखने पर ये शशिकान्त तो नहीं लग रहा था पर जब पास जाकर देखा तो समझ आया की ये शशिकान्त ही है इसने रास्ते में कहीं ज्यादा ठण्ड लगने की स्थित में मनाली से किराये पर लिया चोगा पहन लिया था जिस वजह से मैंने एवेंजर देखी थी उस पर मैं शशिकान्त को पहचान नहीं पाया था। उसके पास पहुँच कर मैंने बाइक को उस चाय की दुकान की तरफ मोड़ा, मन तो यही हुआ की बाइक सीधी शशिकान्त पर ही चढ़ा दूँ मगर कुछ सोचकर रह गया। बाइक खड़ी की ही थी की पीछे से अजीत भी आ गया और फिर हम दोनों ने अगले दो मिनट तक शशिकान्त को दम से गालियाँ दीं और फिर उसने भी अपनी गलती मान ली और उसके बाद 3 ने एक एक कप चाय पी और फिर आगे कैसे क्या जाना इस पर बातचीत की…
चाय निपटाकर एक बार फिर से दम भरी और बाइक चालू करके आगे बढ़ दिए, हल्का हल्का अँधेरा हो चूका था, अजीत सबसे आगे शशिकान्त उसके पीछे और मैं सबसे पीछे इस क्रम में आगे बढ़ रहे थे। अब रोड काफी हद तक समतल था तो अब हम 60 70 की रफ़्तार से आगे बढ़ रहे थे, ऊँचाई कम होने की वजह से अब हमें कुछ जगहों पर पेड़ पौधे भी दिखाई दे रहे थे और यहाँ पर साँस लेने में भी ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही थी। हमारे साथ साथ एक नदी भी बह रही थी जिसमें अच्छा खासा पानी था, बाइक चलाते हुए मुझे एक दम से ख्याल आया की अभी 3 दिन पहले में अपने घर में था और आज भारत के दूसरे छोर पर बाइक चला रहा हूँ, यहाँ तक आना बहुत ही मुश्किल था पर दोस्तों के साथ से ये मुश्किल आसान हो गयी, और वाकई में अगर में अपनी आराम वाली दुनिया छोड़ कर इतनी सारी दिक्कतों का सामना करके यहाँ नहीं आता तो मैं कभी नहीं जान पाता की भारत में इतनी खूबसूरत जगह भी है। किसी ने सच ही कहा है की ज़िन्दगी आपके कम्फर्ट जोन से कुछ कदम दूर ही आपका इंतज़ार कर रही होती है। मन में यही सब सोचते हुए हमने इस नदी के बगल से चलते हुए रोड से लेह शहर में प्रवेश किया और प्रवेश करने से पहले बाइक की टंकियाँ फुल करा लीं। रात के करीब 10:30 बज चुके थे, अभी हमें यहाँ रुकने के लिए एक जगह देखनी थी जिसकी कहानी अगले भाग में सुनाऊँगा...
फिर मिलेंगे कहीं किसी रोज़ घूमते फिरते।
#MP_ka_blogger
#floatingshoes
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 16-Mar-2021
Location: Morey Plains to Leh
Published On: 24-Nov-2019
Location: Jispa, Himachal Pradesh to Morey Plains
Published On: 09-Nov-2019
Location: Rohtang Pass to Jispa
Published On: 22-Sep-2019
Location: Manali, Himachal Pradesh, India
Published On: 01-Sep-2019
Location: Ladakh
Published On: 25-Aug-2019
Location: Sri Aadi Badrinath Dham Road, Alipur, Rajasthan, India
Published On: 02-Jul-2019
Location: Agra, Uttar Pradesh, India
Published On: 24-May-2019
Location: Kalyasaur, Uttarakhand, India
Published On: 08-May-2019
Location: Dhokane Waterfall, Dhukane, Uttarakhand, India
Published On: 03-May-2019
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 19-Apr-2019
Location: Indian Institute of Advanced Study, Shimla
Published On: 08-Apr-2019
Location: Army Heritage Museum, Annadale Rd, Annadale, Shimla, Himachal Pradesh 171003
Published On: 29-Mar-2019
Location: Mall Road, The Mall, Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 22-Mar-2019
Location: Jakhu, Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 17-Mar-2019
Location: Narkanda, Himachal Pradesh, India
Published On: 03-Mar-2019
Location: Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 28-Feb-2019
Location: Kalka, Himachal Pradesh, India
Published On: 23-Feb-2019
Location: Shimla, Himachal Pradesh, India
Published On: 15-Feb-2019
Location: Ratangarh, Madhya Pradesh, India
Published On: 31-Jan-2019
Location: Tehri Dam, Uttarakhand, India
Published On: 27-Jan-2019
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 24-Jan-2019
Location: ISKON NOIDA, Block A, Sector 32, Noida, Uttar Pradesh, India
Published On: 19-Jan-2019
Location: Kanatal, Kaudia Range, Uttarakhand, India
Published On: 15-Jan-2019
Location: Chitrakoot, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Jan-2019
Location: Bhojpur Temple, Bhojpur Road, Bhojpur, Madhya Pradesh, India
Published On: 28-Dec-2018
Location: Bhimbetka rock shelters
Published On: 22-Dec-2018
Location: Padavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 13-Dec-2018
Location: Bateshwar Temple, near mitawali padawali banmore, Morena, Madhya Pradesh
Published On: 06-Dec-2018
Location: Shanichra Road, Maharajpura, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 28-Nov-2018
Location: Almora, Uttarakhand, India
Published On: 25-Nov-2018
Location: Vriddha Jageshwar Rd, Digari Gunth, Uttarakhand 263623, India
Published On: 21-Nov-2018
Location: Jageshwar Dham, Uttarakhand, India
Published On: 17-Nov-2018
Location: Almora, Uttarakhand, India
Published On: 16-Nov-2018
Location: Sankua Bridge, Seondha, Madhya Pradesh, India
Published On: 08-Sep-2018
Location: Kurukshetra, Haryana, India
Published On: 03-Sep-2018
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 30-Jul-2018
Location: Shri Mata Vaishno Devi Katra, Katra, Jammu and Kashmir
Published On: 30-Jul-2018
Location: Madhya Pradesh, India
Published On: 27-Jun-2018
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 19-Jun-2018
Location: New Delhi, Delhi, India
Published On: 17-Jun-2018
Location: Kakanmath Shiv Temple, Bawadipura, Madhya Pradesh, India
Published On: 16-Jun-2018
Location: Sultangarh Waterfall Road, Patheka, Madhya Pradesh, India
Published On: 16-Jun-2018
Location: Mathura, Uttar Pradesh, India
Published On: 10-Jun-2018
Location: Ujjain, Madhya Pradesh, India
Published On: 09-Jun-2018
Location: Mathura, Uttar Pradesh, India
Published On: 07-Jun-2018
Location: Govardhan, Uttar Pradesh, India
Published On: 05-Jun-2018
Location: Pachmarhi, Madhya Pradesh, India
Published On: 26-May-2018
Location: Pachmarhi, Madhya Pradesh, India
Published On: 20-May-2018
Location: Behat, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 06-May-2018
Location: Rishikesh, Uttarakhand, India
Published On: 03-May-2018
Location: Diu, Daman and Diu, India
Published On: 15-Apr-2018
Location: Diu, Daman and Diu, India
Published On: 11-Apr-2018
Location: Padhavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Apr-2018
Location: Padhavali, Madhya Pradesh, India
Published On: 01-Apr-2018
Location: Akshardham Temple, Pandav Nagar, Delhi
Published On: 31-Mar-2018
Location: Gwalior, Gwalior Fort, Gwalior, Madhya Pradesh, India
Published On: 07-Mar-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 17-Feb-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 11-Feb-2018
Location: Chopta, Uttarakhand, India
Published On: 03-Feb-2018
Location: Garhmukteshwar, Uttar Pradesh, India
Published On: 21-Jan-2018
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